Amendment in Eid-e-Milad holiday: Now 5 September will be a government holiday, 6 September will remain optional holiday
ईद-ए-मिलाद अवकाश में संशोधन : अब 5 सितम्बर को रहेगा सरकारी अवकाश, 6 सितम्बर को ऐच्छिक अवकाश यथावत
रायपुर, 03 सितम्बर 2025/
छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने ईद-ए-मिलाद (मिलाद-उन-नबी) अवकाश की तिथि में महत्वपूर्ण संशोधन किया है। विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, पूर्व में घोषित 06 सितम्बर 2025 (शनिवार) का सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश अब निरस्त कर दिया गया है। इसके स्थान पर 05 सितम्बर 2025 (शुक्रवार) को ईद-ए-मिलाद के अवसर पर पूरे प्रदेश में सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश घोषित किया गया है। वहीं, 06 सितम्बर 2025 को अनंत चतुर्दशी पर्व के अवसर पर पूर्व निर्धारित ऐच्छिक अवकाश यथावत रहेगा।
क्या है संशोधित अधिसूचना?
सामान्य प्रशासन विभाग ने स्पष्ट किया है कि ईद-ए-मिलाद (जिसे पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है) की वास्तविक तिथि को ध्यान में रखते हुए यह बदलाव किया गया है।
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पहले घोषित अवकाश : 06 सितम्बर 2025 (शनिवार)
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संशोधित अवकाश : 05 सितम्बर 2025 (शुक्रवार)
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अनंत चतुर्दशी : 06 सितम्बर 2025 (शनिवार) – ऐच्छिक अवकाश यथावत
क्यों बदली गई तारीख?
धार्मिक पंचांग और चांद देखने की परंपरा के आधार पर इस वर्ष ईद-ए-मिलाद का पर्व 05 सितम्बर को मनाया जाएगा। इसी कारण सरकार ने पूर्व में घोषित 06 सितम्बर की तिथि को संशोधित कर 05 सितम्बर को सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया। यह निर्णय प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों, संस्थानों, विद्यालयों और विभागीय दफ्तरों पर लागू होगा।
प्रदेशभर में असर
इस संशोधन से प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान, बैंक और सरकारी दफ्तर 05 सितम्बर को बंद रहेंगे। वहीं, 06 सितम्बर को सामान्य कार्यदिवस रहेगा, लेकिन अनंत चतुर्दशी पर्व मनाने वाले कर्मचारी चाहें तो उस दिन ऐच्छिक अवकाश का लाभ ले सकते हैं।
ईद-ए-मिलाद का महत्व
ईद-ए-मिलाद को मुसलमान समुदाय हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाते हैं। इस अवसर पर मस्जिदों और दरगाहों में विशेष सजावट होती है। धार्मिक जुलूस निकाले जाते हैं और कुरान शरीफ की तिलावत की जाती है। समाज में आपसी भाईचारे और शांति का संदेश दिया जाता है।
छत्तीसगढ़ के कई शहरों में इस दिन विशेष आयोजन होते हैं, जिसमें प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
अनंत चतुर्दशी का महत्व
अनंत चतुर्दशी हिन्दू धर्म का प्रमुख पर्व है। इसे भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा के रूप में मनाया जाता है। साथ ही, गणेश उत्सव के समापन दिवस के रूप में भी इस पर्व का विशेष महत्व है। 10 दिनों तक चले गणेश उत्सव के बाद गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन इसी दिन धूमधाम से किया जाता है।
प्रशासन की अपील
सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी कार्यालयों और संस्थाओं को निर्देशित किया है कि संशोधित अवकाश कैलेंडर के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। साथ ही, नागरिकों से अपील की गई है कि वे आपसी सद्भाव और सौहार्द के साथ दोनों पर्वों को मनाएं।
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