Big action on illegal sand transportation in Balrampur – 05 tractors seized, administration's strictness continues
बलरामपुर में अवैध रेत परिवहन पर बड़ी कार्रवाई – 05 ट्रैक्टर जब्त, प्रशासन की सख्ती जारी
बलरामपुर, 20 अगस्त 2025।
जिले में अवैध रेत खनन और परिवहन पर रोक लगाने प्रशासन ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के निर्देश पर राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने कुसमी क्षेत्र में छापेमारी करते हुए 05 ट्रैक्टरों को जब्त किया है। ये सभी ट्रैक्टर ग्राम कोरंधा के समीप स्थित बेन गंगा नदी से अवैध रूप से रेत उत्खनन कर परिवहन कर रहे थे।
कार्रवाई का नेतृत्व
इस कार्रवाई का नेतृत्व कुसमी की तहसीलदार सुश्री रॉकी एक्का ने किया। उनके मार्गदर्शन में संयुक्त टीम ने मौके पर दबिश दी और सभी ट्रैक्टरों को जब्त कर थाना परिसर में खड़ा कराया। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) श्री करूण डहरिया के मार्गदर्शन में पूरी कार्यवाही सुनिश्चित की गई। प्रशासन का कहना है कि जिले में किसी भी स्तर पर अवैध रेत खनन और परिवहन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अवैध खनन पर प्रशासन की सख्ती
ज्ञात हो कि पिछले कुछ वर्षों में जिले के विभिन्न इलाकों से अवैध रेत उत्खनन की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। खासतौर पर नदियों और नालों से रेत निकालकर ट्रैक्टरों और डंपरों के माध्यम से अवैध रूप से परिवहन की गतिविधियाँ सामने आई हैं। इस वजह से न केवल राजस्व की हानि हो रही है बल्कि नदियों का प्राकृतिक संतुलन भी बिगड़ रहा है।
कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने पहले ही सभी राजस्व, पुलिस एवं खनिज विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि अवैध खनन और परिवहन में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इसी कड़ी में लगातार छापेमारी अभियान चलाए जा रहे हैं।
ग्राम कोरंधा की घटना
ताजा मामला ग्राम कोरंधा का है, जहां बेन गंगा नदी से 05 ट्रैक्टरों द्वारा अवैध रूप से रेत निकाली जा रही थी। सूचना मिलने पर तहसीलदार सुश्री रॉकी एक्का अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचीं। टीम ने चारों ओर से घेराबंदी करते हुए सभी ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया। अधिकारियों के अनुसार जब्ती की कार्रवाई के बाद आगे की विधिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
लगातार हो रही कार्रवाइयाँ
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि यह कोई पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले भी जिले के कई इलाकों में अवैध रेत उत्खनन पर शिकंजा कसा गया है। राजस्व और पुलिस विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं ताकि कोई भी व्यक्ति अवैध खनन कर जिले की प्राकृतिक संपदा को नुकसान न पहुँचा सके।
खनिज विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बिना अनुमति के रेत खनन करना कानूनी अपराध है। ऐसे मामलों में ट्रैक्टर या वाहन जब्त कर लिया जाता है और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है।
पर्यावरण और राजस्व दोनों को नुकसान
विशेषज्ञों का मानना है कि अवैध रेत खनन से सबसे बड़ा खतरा पर्यावरण पर पड़ता है। नदियों का तल असामान्य रूप से नीचे चला जाता है, जिससे पानी का प्राकृतिक प्रवाह बाधित होता है। इसके साथ ही भू-जल स्तर पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वहीं दूसरी ओर, राज्य को मिलने वाला वैधानिक राजस्व भी प्रभावित होता है। यही कारण है कि शासन-प्रशासन ने इस पर सख्त रुख अपनाया है।
कलेक्टर का सख्त संदेश
कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने साफ शब्दों में कहा है कि जिले में किसी भी स्तर पर अवैध खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि जिलेवासियों को चाहिए कि वे खुद भी इस प्रकार की गतिविधियों की सूचना प्रशासन को दें ताकि समय रहते रोकथाम की जा सके। अवैध खनन केवल प्रशासनिक समस्या नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और पर्यावरणीय चुनौती भी है।
जनता से अपील
तहसीलदार सुश्री रॉकी एक्का ने भी ग्रामीणों से अपील की कि वे इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल न हों और न ही किसी को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधन हम सबकी धरोहर हैं और इन्हें सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।

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