Chief Minister Shri Vishnu Dev Sai flagged off the SBI Cyber Security Rath
मुख्यमंत्री
श्री विष्णु देव साय ने एसबीआई साइबर सुरक्षा रथ को झंडी दिखाकर किया रवाना
रायपुर, 16 अगस्त
2025
राजधानी
रायपुर में आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास परिसर से
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) द्वारा संचालित
साइबर सतर्कता रथ (ऑडियो-वीडियो वैन) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य
स्तरीय साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान की औपचारिक शुरुआत
की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेशवासियों को डिजिटल युग में बढ़ते साइबर
अपराधों से सुरक्षित रखना और उनके प्रति व्यापक जागरूकता फैलाना है।
मुख्यमंत्री
श्री साय ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि तकनीक ने
आधुनिक जीवन को बेहद सरल और सुविधाजनक बना दिया है। आज डिजिटल लेन-देन आम बात हो
चुकी है और लोग मोबाइल या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से सेकंडों में भुगतान कर रहे
हैं। लेकिन इन सुविधाओं के साथ-साथ
साइबर ठगी और ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाओं में भी लगातार वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि थोड़ी
सी सावधानी और सतर्कता अपनाकर आमजन इन अपराधों से बच सकते हैं।
उन्होंने
कहा कि साइबर अपराधी आए दिन नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं।
ऐसे में हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी
किसी से साझा न करे। पासवर्ड,
एटीएम पिन, ओटीपी
और बैंक डिटेल्स को कभी भी किसी अजनबी को न बताएं। साथ ही, अनजान लिंक पर क्लिक
करने से बचें क्योंकि यह लिंक अक्सर धोखाधड़ी का माध्यम होते हैं।
मुख्यमंत्री
ने इस अभियान को प्रदेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह रथ प्रदेश
के विभिन्न जिलों में जाकर
नुक्कड़ नाटक, कठपुतली
नाटक और ऑडियो-वीडियो संदेशों
के माध्यम से आमजन को जागरूक करेगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऐसे
29 हॉटस्पॉट क्षेत्र
चिन्हित किए गए हैं, जहां साइबर ठगी के
मामलों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है। इस रथ का विशेष फोकस इन्हीं क्षेत्रों पर
रहेगा।
मुख्यमंत्री
श्री साय ने लोगों से अपील की कि वे सतर्क रहें और साइबर अपराधियों से खुद को
बचाएं। उन्होंने कहा कि मेहनत की कमाई को बचाने का सबसे अच्छा उपाय है कि आप
जागरूक रहें और किसी भी परिस्थिति में अपने बैंक से जुड़ी निजी जानकारी साझा न
करें।
इस
अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारियों ने जानकारी दी कि साइबर अपराधों की बढ़ती
घटनाओं को देखते हुए बैंक ने यह अभियान चलाया है। देश का "हर भारतीय का
बैंकर" होने के नाते एसबीआई की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को सुरक्षित डिजिटल
लेन-देन के लिए जागरूक करे। यह अभियान
15 अगस्त से 30
नवंबर 2025 तक चलेगा और प्रदेश के सभी
33 जिलों
में पहुंचेगा।
अधिकारियों
ने बताया कि इस रथ के माध्यम से गाँव-गाँव,
कस्बों और शहरों में जाकर लोगों को सरल
भाषा में साइबर अपराधियों के तरीकों और उनसे बचाव के उपायों के बारे में जानकारी
दी जाएगी। नाचा दल और नुक्कड़ कलाकार स्थानीय भाषा और शैली में संदेश देंगे ताकि
अधिक से अधिक लोग जागरूक हो सकें।
कार्यक्रम
के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी की स्थिति में
तुरंत कार्रवाई करना बेहद आवश्यक है। इसके लिए सरकार और बैंक ने राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया है। कोई भी व्यक्ति धोखाधड़ी की शिकायत तुरंत इस
नंबर पर दर्ज करा सकता है। इससे समय रहते लेन-देन को रोका जा सकता है और पीड़ित को
राहत मिल सकती है।
इस
अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक के डीजीएम श्री राकेश सिन्हा, एजीएम श्री दीपक
कुमार सिन्हा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी ने मिलकर लोगों से अपील की
कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर खुद को और
अपने परिवार को सुरक्षित रखें।
निष्कर्ष
एसबीआई
द्वारा शुरू किया गया यह साइबर सुरक्षा रथ अभियान प्रदेश में डिजिटल
सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के
नेतृत्व में यह पहल निश्चित रूप से लोगों में जागरूकता लाएगी और साइबर अपराधों पर
रोकथाम में सहायक होगी। आज के डिजिटल युग में सतर्कता ही सुरक्षा है और यही संदेश
इस अभियान के माध्यम से पूरे राज्य में प्रसारित किया जाएगा।

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